Ncert class 12 history chapter 2 hindi सुमारेज

 Ncert class 12 history chapter 2 hindi सुमारेज


एतिहासिक स्रोत किसे कहते हैं ? (Ncert class 12 history) 


ऐसे सारे स्रोत जो हमारे इतिहास के अनेक event's  की जानकारी देते हैं । उन्हें एतिहासिक स्रोत कहते हैं।
एतिहासिक स्रोत दो प्रकार के होते हैं|Ncert class 12 history

 
Literary source - इसमें बुक्स, वेदास, पुराण आते हैं।
Archaeological source- जिसमें गुफा, सिक्के आदि आते हैं ।

इतिहासकार किस प्रकार एतिहासिक स्रोत से इतिहास के बारे में जानते थे?(Ncert class 12 history) 

 
इतिहासकार इन एतिहासिक स्रोत पर अपना संपूर्ण अध्ययन करते थे । इन पर कई प्रकार के रिसर्च करते थे।
जैसे -  ऐतिहासिक वस्तू कितनी पुरानी है ?
उसके बारे में वे अधिक से अधिक जानकारियां प्राप्त करते थे। तब जाकर वे हमें इतिहास की जानकारियां प्रदान करते हैं।


Literary source  से हमें इतिहास की जानकारियां किस प्रकार मिल रही है?
 

यह मुख्यतः दो प्रकार के होते हैं
पहला इंडीजीनस सोर्सेस दूसरा foreign source  थे ।


Indigenous  source


यह वे ऐतिहासिक स्रोत होते हैं । जो इंडिया में बने होते हैं। जैसे राज तरंगिणी ,पृथ्वीराज रासो ,महाभारत, रामायण आदि।
यह सभी बुक इंडीजीनस सोर्सेस में आते हैं


foreign source( विदेशी स्रोत)

 
ये वे ऐतिहासिक स्रोत होते हैं जो भारत से नहीं बल्कि विदेशीयो के द्वारा लिखे गये होते है और हमें ऐतिहासिक जानकारियां देते हैं। जैसे इब्नबतूता आदि।

 

भारतीय धार्मिक स्रोत

इसमें मुख्यता ब्राह्मण लिपि ,बुद्ध लिपि, जैन लिपि आते हैं।



धर्मनिरपेक्ष लिपि

इसमें ऐतिहासिक, सेमी ऐतिहासिक, बायोग्राफी आते हैं।

विदेशी स्रोत

  • ग्रीक -रोमन
  • चाइनीस
  • तिब्बत
  • अरब


Archaeological स्रोत से कैसे पता चलता है इतिहास के बारे में ?(Ncert class 12 history) 

यह वे ऐतिहासिक स्रोत होते हैं जो विशेष राजाओं द्वारा बनवाए या खुदवाये जाते हैं। जिसमें हमें उस समय की जानकारियां प्राप्त होती है ।

 उसे ही Archaeological source कहते हैं । जैसे सिक्का मोनुमेंट्स आदि ।

Literary source

श्रुति लिपि -

ऐतिहासिक स्रोत जो  लिखा नहीं गया है सिर्फ सुना गया है। और वह आदिकाल से चलता आया है। उसे श्रुति  लिपि कहते हैं ।

 
पुराने समय में किताब-कॉपी तथा कलम नहीं थे । जिसके कारण काफी ऋषि-मुनियों अपने छात्रों को सिर्फ बोल बोलकर मंत्रों को याद करवाते थे । 

यह तरीका ही श्रुति लिपि को जन्म दिया है ।  जो आज हमें इतिहास को जानने के लिए काफी मददगार सिद्ध होती हैं । जैसे - वेद, ब्राह्मणों ,उपनिषद आदि।

Shriti  लिपि-  (Ncert class 12 history) 


यह वे ऐतिहासिक स्रोत होते हैं  जिन्हें याद किया जाता था । जैसे रामायण ,महाभारत, पुराण आदि।

वैदिक ऐतिहासिक स्रोत का इतिहास
वेदों की सहायता से प्राप्त ऐतिहासिक जानकारियां को वैदिक ऐतिहासिक स्रोत का इतिहास कहा जाता है।

 
वेदों की संख्या चार है
ऋग्वेद ,यजुर्वेद ,अर्थ वेद ,सामवेद


बुद्ध लिपि

बुद्ध लिपि को दो भागों में बांटा गया है -
जिसमें एक पाली लिपि तथा दूसरी अनु पाली लिपि शामिल है।

पाली लिपि

पाली लिपि में त्रिपिटक आते हैं । त्रिपिटक में 3 पिटक शामिल है ।
विनय पिटक ,सुत्त पिटक , अभिधम्म पिटक

मिलिंदपन्हो- मिलिंदपन्हो में एक संवाद है जो मिलिंद तथा बुद्ध के बीच हैं ।

दीपा वासम और महा वामसा


त्रिपिटक(Ncert class 12 history) 

विनय पिटक

इस पिटक में बहुत सारे मॉनेस्टिक कोड दिए गए हैं । जो काफी सहायक कार्य हैं ।

 

सुत्त पिटक

इस पिटक में बुद्ध के वचन लिखे गए मिलते हैं । जो गौतम बुुुद्ध के थे ।

अभिधम्म पिटक

यह रिलीजियस डिस्कशन वाला पिटक है।


अनु पाली लिपि

यह वह लिपि है जो पाली भाषा मैं नहीं लिखा गया है । उसे अनु पाली लिपि कहते हैं । जैसे दिव्य वर्धन
इसमें मौर्य तथा सुंग शासनकाल के कहानियों का उल्लेख किया गया है ।


आर्य मंजुश्री मूल कल्पा

इसमें विशेष तौर पर सभी राजनीतिक गतिविधियां लिखी गई है । जो मौर्य तथा वर्धन काल में घटित हुई है।


जैन लिपि

जैन लिपि हमें इतिहास की जानकारियां प्रदान करते हैं। जैन लिपि छठवीं शताब्दी में पूरी तरह से प्रकाशित हुई थी।

 इसका दूसरा महासभा गुजरात के वल्लभी में हुई थी।

 
जैन लिपि में उनके 12 अंक काफी महत्वपूर्ण हैं। उनमें से आचरण सूत्र ,भगवती सूत्र ,नामा धम्मा कथा सूत्र आदि।


भद्रबाहु संहिता

भद्रबाहु संहिता में मौर्य काल के राजाओं के बारे में विचित्र जानकारियां दिया गया है । 

जिसमें उनके जीवन शैली की जानकारी विशेष तौर पर बताया गया है।


ऐतिहासिक लिपि(Ncert class 12 history) 

  • कौटिल्य का अर्थशास्त्र
  • राज तरंगिणी कल्हन के द्वारा लिखित।


Semi historical लिपि

  • पाणिनि  का अष्टाध्यायी
  • Sage gragi's की गर्गसंहिता
  • पतंजलि का  महाभाष्य
  • कालिदास का malavikagnimitra
  • Vishakhadatta ka mudrardeshasa


Biography text

  • Banabhatia ने harsha charita लिखा हैं जो राजा हर्ष वर्धां पर है।
  • Vakpatiray ने gandvaho लिखा है
  • Bilhanas ने vikramanka charita लिखा है
  • Chandbandai ने पृथ्वी राज रासो लिखा है


विदेशी स्रोत(Ncert class 12 history) 

ग्रीक लेखक

Scylax- ये पहले ग्रीक  लेखक थे। जिन्होंने पहली बार भारत के बारे में लिखा।


Hecataeus milletus - इतिहासकार तथा भूगोलवेत्ता
Herodotus- यह इतिहास के पिता हैं। जिन्होंने इतिहास के बारे में काफी जानकारियां प्रदान की है।


Ktesias - ग्रीक के फिजीशियन थे


Magasthanese - यह सेल्यूकस निकेटर द्वारा भेजा गया एक राजदूत थे।


रोमन लेखक

  • Pliny - roman historical
  • Curtius - 1st century Ad writter
  • Ptolemy - ये geography और historian थे।
  • Justin - इनके लिपि Greek भाषा मै थे।

अरब लेखक (Ncert class 12 history) 

  • Albaruni - ये भारत मै 1019 ई मै भारत आये थे।
  • Ibn batuta - ये 1333 ई मे मोहम्मद-बीन-तुगलक् के शासन काल मे भारत आये थे।
  • Abdurrazzag - ये भारत 1443 ई मे आये थे।

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