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 उपनिवेशवाद एवं ग्रामीण समाज : सरकारी रिपोर्टों के साथ

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उपनिवेशवाद एवं ग्रामीण समाज : सरकारी रिपोर्टों के साथ class 12 history chapter 10 notes in hindi

Introduction- प्राचीन काल से ही भारत एक एक ग्राम प्रधान देश रहा है ।ग्राम प्रधान होने के बावजूद भी भारतीय ग्रामीण समाज एक उन्नत संस्कृति को प्रतिबिंबित करता है । इस ग्रामीण समाज ने एक और उन्नत खेती की तो दूसरी और असाधारण हस्तशिल्प की वस्तुओं का निर्माण किया । इस ग्रामीण समाज द्वारा निर्मित हस्तशिल्प ना केवल भारतीय रियासतों के दरबारों की शोभा बना। अपितु पश्चिम देशों के घरों की भी शोभा बना। 

उपनिवेशवाद एवं ग्रामीण समाज : सरकारी रिपोर्टों के साथ

¶ इस ग्रामीण समाज ने भारत को एक प्रमुख निर्यातक देश बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई अंग्रेजों से पूर्व जितने भी विदेशी आक्रांत भारत आए ।भारत में ही रच बस गए । उन्होंने भारत की आर्थिक समृद्धि बढ़ाने में मदद की । उन्होंने भारत को अपनी भूमि माना और जो भी कमाया यही खर्च किया। 

¶ इससे भारतीय ग्रामीण समाज में कृषक को एवं पत्रकारों की समृद्धि बड़ी की समृद्धि बड़ी ।1600 ईसवी में ईस्ट इंडिया कंपनी भारत आई । पहले इसका उद्देश्य व्यापार करना था । इसने भारतीय माल का आयात किया और इससे भारत की समृद्धि बड़ी इसने भारतीय ग्रामीण समाज एवं यहां की स्थिति का बारीक अध्ययन किया। 

¶ 1757 की प्लासी युद्ध एवं 1764 के बॉक्सर युद्ध की विजय ने इसे विजय ने इसे व्यापारिक कंपनी से शासन करने वाली कंपनी में परिवर्तित कर दिया। 

उपनिवेशवाद एवं ग्रामीण समाज : सरकारी रिपोर्टों के साथ

¶ 1750 में ब्रिटेन में औद्योगिक क्रांति संपन्न हुई । अब इंग्लैंड के उद्योगों को भारत कच्चे माल की आपूर्ति एवं निर्मित माल की खपत का एक अच्छा स्रोत मिल गया। 


इस अध्याय में हम उपनिवेशवाद के कुछ महत्वपूर्ण बिंदुओं को जानेंगे-

 ईस्ट इंडिया कंपनी कंपनी के तीन उद्देश्य-

1.कंपनी की आय में वृद्धि ,

2.शासित प्रदेशों को इंग्लैंड के लिए लाभदायक बनाना, 

3.भारत में ब्रिटिश राज्य को बेहतर करना ।


¶ प्लासी के युद्ध 1757 से पूर्व या कंपनी एक व्यापारिक कंपनी थी ।1764 के बक्सर युद्ध के पश्चात इसने भारत में शासन करना आरंभ कर दिया । 

¶ यह व्यापारिक कंपनी से राजनीतिक शक्ति बन गई । 

¶ लार्ड कर्नवालिश ने 1793 ने 1793 ईशा में बंगाल बिहार उड़ीसा आदि में स्थाई बंदोबस्त लागू किया ।

¶1820 इशा में मुंबई तथा मद्रास में रैयतवाड़ी व्यवस्था लागू की गई । इस व्यवस्था के जनक थॉमस मुनरो व कैप्टन रीड थे । 

¶ उत्तर प्रदेश, मध्य प्रांत एवं पंजाब में महालवाड़ी व्यवस्था लागू की गई । इसे रॉबर्ट मार्टिन वर्ड ने लागू किया। 

1822 इशा में में लागू हुई ।

उपनिवेशवाद एवं ग्रामीण समाज : सरकारी रिपोर्टों के साथ

¶ 1764 की इलाहाबाद संधि द्वारा कंपनी ने बंगाल, बिहार, उड़ीसा में दीवानी अधिकार प्राप्त किए। 

¶1833 का चार्टर एक्ट द्वारा कंपनी का व्यापारिक चार्टर एक्ट द्वारा कंपनी का व्यापारिक एकाधिकार समाप्त कर दिया गया । 

¶ इस समय वारेन हेस्टिंग्स बंगाल का प्रथम गवर्नर जनरल था ।1881 में लॉर्ड रिपन के काल में भारत में स्थाई रूप से 10 वर्षीय जनगणना का आरंभ हुआ। 

¶जमींदार तथा किसान की कुछ की कुछ की कुछ विवरण रैयत का अर्थ कृषक जनता से है। उस समय किसानों को रैयत किसानों को रैयत भी कहा जाता था । 

¶फ्रांसीसी बुकानन एक चिकित्सक था। उसने राजमहल की पहाड़ियां एवं संथाल जनजाति का विवरण अपनी डायरी में दिया है । 

उपनिवेशवाद एवं ग्रामीण समाज : सरकारी रिपोर्टों के साथ

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